Teacher's Day
#टीचर्स_डे ( #शिक्षक_दिवस)
आज शिक्षक दिवस है, सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
चलिए टीचर्स डे पर होने वाले समारोह पर कुछ बात कर लेते हैं। आजकल जिस धूम-धाम से टीचर्स डे सेलिब्रेट किया जा रहा है इस तरह से कुछ साल पहले तक नहीं मनाया जाता था।
मेरा अनुभव ये कहता है कि जैसे -जैसे शिक्षक दिवस को सेलिब्रेट करने का चलन बढ़ता जा रहा है ,उसी रफ़्तार से शिक्षकों के प्रति श्रद्धा और सम्मान घटता जा रहा है।
शिक्षक दिवस को मनाने के पीछे जो वजह है, वो ये है कि बच्चे अपने शिक्षकों को कुछ गिफ्ट दे कर उनके द्वारा दी जा रही शिक्षा, ज्ञान और शिष्टाचार के लिए उनका शुक्रिया अदा करें।
लेकिन इसके विपरित ये उत्सव दूसरी दिशा में बढ़ रहा है- केक काटना और फूहड़ गानों पर नाचना।
शिक्षक दिवस को मनाने का मक़सद उनके साल भर की जी तोड़ मेहनत को सराहना था। आजकल बच्चों में अनुशासन, आदर और समर्पण की बहुत कमी है। बच्चे ये समझते हैं कि हम फ़ीस अदा कर रहे हैं, इसके बदले में हमारे शिक्षक हमें पढ़ा रहे हैं। मानो लेन-देन वाला एक व्यापार चल रहा हो।
इस नैतिक गिरावट के ज़िम्मेदार सिर्फ़ बच्चे नहीं हैं बल्कि हम जैसे शिक्षक और माता-पिता भी बराबर के भागीदार हैं। हमलोगों ने पैसा कमाना ही अपना मक़सद बना लिया है, बच्चों में अनुशासन हो या न हो, बच्चे तमीज़-तहज़ीब में आ रहे हैं या नहीं, उनका ड्रेस बेहतर है या नहीं, उनकी भाषा मर्यादित है या नहीं, इससे हमें कोई मतलब नहीं है। हमारे यहां बच्चे पढ़ने आ रहे हैं, टाईम पर फ़ीस अदा कर रहे हैं, ये ज़्यादा महत्वपूर्ण है।
माता-पिता भी समय से पहले अपने बच्चों को ज़्यादा समझदार जान कर आज़ाद छोड़ देते हैं।
कभी स्कूल-कोचिंग जा कर बच्चों की पढ़ाई और चाल चलन के बारे में शिक्षकों से बात नहीं करते।
बात लंबी हो गई- हम उम्मीद करते हैं, आने वाला साल
इं शा अल्लाह बेहतर होगा, नई उम्मीद,नई रौशनी के साथ नया सूरज निकलेगा।
Comments
Post a Comment