#कर_भला_तो_हो_भला

#कर_भला_तो_हो_भला 

ऊपर लिखी कहावत तो बहुत प्रचलित है, हम सब ने इसे बार -बार सुना होगा। हमलोगों में से अक्सर ने इसे अपनी जिंदगी में आज़माया भी होगा। कई बार लोग निराश भी हो जाते हैं कि मैंने फ़लां शख्स के साथ भलाई का मामला किया लेकिन उसने बदले में अच्छा सुलूक नहीं किया। याद रखिए नेकी का बदला नेकी ही है। हमारा छोटा से छोटा नेकी का काम भी बेकार नहीं जाता। हमें किसी न किसी शक्ल में इसका बेहतरीन बदला ज़रूर मिलता है। जब हम सकारात्मक (Positive) सोच के साथ ज़िंदगी गुज़ारते हैं और किसी के भी प्रति बुरा विचार नहीं रखते तो यक़ीन जानिये हमारे साथ भी कभी बुरा नहीं हो सकता। हमारी नेकी का बदला हमें मिल कर रहेगा। जब हम अल्लाह की मख़्लूक़ की भलाई में लग जाते हैं तो अल्लाह पूरी कायनात को हमारी मदद में लगा देता है। 
अल्लाह का फ़रमान है, 
"बेशक अल्लाह नेकी करने वालों के बदले को बेकार नहीं जाने देता"। 
इसलिए कर भला तो हो भला।

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